- दो जून से लगेगा महाकुंभ, करीब पांच लाख श्रद्धालु होंगे शामिल, 100 से अधिक भंडारे चलेंगे
- भस्मारती में मस्तक पर सूर्य, चन्द्र व त्रिपुंड लगाकर सजे बाबा महाकाल, अबीर गुलाल से विशेष श्रृंगार
- त्रिपुंड, ड्रायफ्रूट और चांदी के बिल्व पत्र से सजे बाबा, मंदिर में गूंजा जयश्री महाकाल
- बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुईं शेफाली जरीवाला, नंदी हॉल से किए दर्शन, ध्यान भी लगाया
- वैष्णव तिलक, मावे और भांग के सजे बाबा महाकाल, मस्तक पर लगाया त्रिपुंड
उज्जैन:10 लक्षण महापर्व के पावन अवसर पर आज दिगंबर जैन मंदिरों में अभिषेक
अष्ट मंगल द्रव्य से किया मंडल विधान का पूजन
उज्जैन:आज 10 धर्मों के अंतर्गत उत्तम संयम धर्म का महान दिवस है आज के दिवस जगत के समस्त प्राणियों की रक्षा के साथ छोटे-छोटे जीव जंतुओं के साथ ही पंच इंद्रिय प्राणियों के रक्षण स्वरूप प्रतिज्ञा ली जाती है। इसी दिन हम सदैव संयम से रहें पांचों पापों से दूर रहे और अपनी आत्मा को निर्मल बनाएं जिसमें कभी भी चार कषाय और पांच पाप उत्पन्न नहीं नहीं हो ऐसी शिक्षा दी जाती है। इस दिन समस्त जैन बंधु तीर्थ वंदना के रूप में समस्त जिन मंदिरों की वंदना करते हैं।
दिगम्बर जैन समाज के जम्बूजैन धवल एवं अनिल गंगवाल ने बताया कि वर्तमान में विकट परिस्थिति और कोराना काल को देखते हुए समस्त मंदिर प्रबंध कारिणी समिति ने यह तय किया है कि सभी समाजजन मंदिर के किसी भी आयतन को स्पर्श ना करें। दूर से ही दर्शन करें तथा मंदिर के परिसर में ही भीड़ नहीं लगाएं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मंदिर के बाहर साबुन या फिटकरी का पानी रखा गया है उससे हाथ-पैर धोकर ही मंदिर में प्रवेश किया।
इन नियमों का पालन करते हुए आज समस्त जैन बंधु मंदिरों के दर्शन के लिए निकले हैं। मंदिर व्यवस्था समिति प्रात: काल 8.00 बजे से लेकर रात्रि 9.00 बजे तक मंदिर खुले रहेंगे। मंदिर में किसी भी प्रकार की आरती, भजन, भक्ति पर मनाही है। समस्त मंदिरों में विशेष प्रकार की सजावट एवं मंडल विधान की रचना भी की गई है सभी जैन मंदिरों में जैन बंधुओं में अभूतपूर्व उत्साह है।